कश्मीर को सीधे नई दिल्ली से जोड़ने वाले 271 किमी लंबे ऊधमपुर-श्रीनगर-बारामुला रेल लिंक प्रोजेक्ट लगभग पूरा हो गया है। इस सफर की बीते एक साल से सबसे बड़ी बाधा रही 3.2 किमी लंबी टी-33 टनल के सभी लीकेज बंद कर यहां रेल ट्रैक बिछा दिया गया है। एक दिन पहले यह काम पूरा हुआ। यह टनल इस प्रोजेक्ट के छठे और आखिरी चरण 18 किमी लंबे रियासी- कटरा सेक्शन का हिस्सा है। बुधवार को इस ट्रैक पर टावर वैगन कोच दौड़ाकर पहला ट्रायल होगा।
रेलवे के उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक, जनवरी के पहले हफ्ते में सीआरएस निरीक्षण के बाद 26 जनवरी के पहले नई दिल्ली से श्रीनगर ट्रेन चलाने की तैयारी की जा रही है। अभी नईदिल्ली से कटरा तक वंदे भारत है। इसमें चेयर कार की 3 श्रेणी हैं, जिनका किराया 1650 से 3000 रु. तक है। इसी को श्रीनगर तक बढ़ाएंगे। बाद में नई ट्रेनें भी चलेंगी। नॉर्दर्न रेलवे के पीआरओ हिमांशु शेखर उपाध्याय ने बताया कि कई टीमें 24 घंटे काम कर रही हैं। अफसरों के मुताबिक 800 किलोमीटरऔर 13 घंटे के सफर का अनुमानित किराया 2000 से 4000 रु. के बीच होगा। सफर लंबा है. इसलिए ट्रेन में एसी स्लीपर। कोच लगाए जा सकते हैं। से अभी दिल्ली से श्रीनगर का हवाई किराया 5 12 हजार तक है। जबकि प्राइवेट टैक्सी में 10 हजार रु. तक लग जाते हैं।
फायदा ‘जन्नत’ के सफर का
समय घटेगा, पर्यटन बढ़ेगा • रूट पर 38 सुरंगें, 927 पुल हैं। 2024 में अब तक 90 लाख श्रद्धालु माता वैष्णो देवी मंदिर पहुंचे। इनमें कई ऐसे हैं, जो श्रीनगर तक ट्रेन नहीं होने से लौट जाते हैं। अब उन्हें एक ही सफर में बनिहाल से बारामूला तक कश्मीर की खूबसूरत वादियां देखने मिलेंगी। • मान लें कि आप भोपाल से श्रीनगर जाते हैं तो जम्मू तक ट्रेन से जाना होगा। इसमें 21 से 23 घंटे तक लग जाते हैं। फिर जम्मू से टैक्सी लेनी होगी, जो 250 किमी का सफर कर 6 घंटे में श्रीनगर पहुंचाएगी। इस तरह कुल 29 घंटे तक लग जाते हैं। लेकिन, दिल्ली से श्रीनगर रूट शुरू होने पर भोपाल से यही सफर ट्रेन से 21 घंटे में पूरा हो जाएगा