(कृष्णा वार्ता गदरपुर उत्तराखंड)
गदरपुर/बाजपुर (संवाद-सूत्र)। कोर्ट के आदेश पर पुलिस प्रशासन ने कब्र से महिला का शव निकलवा कर पोस्टमार्टम कराया। बाद में पुलिस ने शव को परिजनों के सुपुर्द कर दिया और वह महिला के शव को फिर से दफनाने के लिए कब्रिस्तान लेकर पहुंचे। इस दौरान लोगों ने शव दफन नहीं करने दिया। स्थानीय मुस्लिम समाज के लोगों ने कब्रिस्तान के गेट पर ताला लगा दिया जिस पर विवाद हो गया। पुलिस ने समझाकर मामला शांत कराया। इसके बाद मायके वालों ने शव को मुरादाबाद के गांव उमरी कलां में दफन किया।
केलाखेड़ा गुलाम हुसैन की पत्नी नफीसा की 19 जनवरी 2024 को संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी। मृतका के भाई मोबिन ने हत्या की आशंका जताते हुए थाने में तहरीर दी। कार्रवाई नहीं होने पर कोर्ट की शरण ली। कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने मृतका के पति गुलाम हुसैन सहित तीन लोगों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया।
पुलिस ने परगना मजिस्ट्रेट की अनुमति पर कब्रिस्तान में कब्र खोद कर शव निकालकर पोस्टमार्टम कराया। सोमवार को परिजन शव दफन करने के लिए गदरपुर कब्रिस्तान पहुंचे जहां लोगों ने विरोध कर मना कर दिया।
इसके बाद मृतका का भाई मोबिन सहित अन्य परिजन केलाखेड़ा स्थित कब्रिस्तान पहुंचे। इस दौरान स्थानीय मुस्लिम समाज के लोगों ने विरोध कर दिया जिस पर विवाद हो गया। समाज के लोगों ने कब्रिस्तान गेट पर ताला लगा दिया। पुलिस के समझाने पर मृतका का भाई मोबिन बहन के शव को पैतृक घर गदरपुर ले गया। बाद में वह मुरादाबाद के गांव उमरी पहुंचे, जहां कब्रिस्तान में शव को दफना दिया गया।
शव निकालने के बाद कब्र में डाले थे जौं
थाना प्रभारी ललित मोहन रावल ने स्थानीय मस्जिद कमेटी के सदर सहित अन्य लोगों से वार्ता की। केलाखेड़ा जामा मस्जिद सदर जावेद खान ने बताया कि कब्र से शव निकालने के बाद खाली कब्र में जौं डाल दिए गए थे। उस वक्त मृतका के भाई मोबिन ने पोस्टमार्टम के बाद शव को गदरपुर के कब्रिस्तान में दफनाने की बात कही थी। इसी के चलते लोगों ने विरोध किया। समाज के लोगों ने कब्रिस्तान में ताला लगा दिया था।