

(रिपोर्टर सागर धमीजा गदरपुर उत्तराखंड )
मर कर भी जिंदा रहेंगे भाई निपुण गगनेजा
गो सेवक प्रभु श्री राम के अनन्य भक्त दिवंगत निपुण गगनेजा ने अपने जीवन काल में सोचो डिफरेंट संस्था के माध्यम से नेत्रदान का संकल्प लिया था उनकी इच्छानुसार प्रिय छोटे भाई निपुण गगनेजा के परिवार ने दुख की घड़ी में भी समाज हित को सर्वोपरि रखते हुए नेत्रदान कराए जिससे किन्ही दो बच्चों को नेत्र ज्योति मिली आज निपुण भाई भले ही इस दुनिया में नही हैं लेकिन उनकी आंखों से कोई दो बच्चे इस दुनिया को देख रहें हैं इस महान कार्य के लिए परिवार को आज सोचो डिफरेंट संस्था द्वारा नेत्रदाता सम्मान पत्र दे कर सम्मानित किया मरने के बाद भी हम जिंदा रह सकते हैدहम नेत्रदान के संकल्प से किन्ही अंधियारी जिंदगी में रोशनी भर सकते है
आपका एक संकल्प किसी के अंधकार मय जीवन में रोशनी भर सकता है
आए आज ही नेत्रदान का संकल्प लें संपर्क करें
सोचो डिफरेंट संस्था गदरपुर
● करे नेत्रदान महादान दे जीवनदान
कृष्णा वार्ता परिवार की ओर से शोक संवेदना

