(रिपोर्ट – सागर धमीजा 9837877981)
(कृष्णा वार्ता गदरपुर उत्तराखंड)
गदरपुर। श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा उत्सव कार्यक्रम के अंतर्गत राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ गदरपुर के तत्वाधान में पूजित कलश यात्रा शहर में धूमधाम से निकाली गई। जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओ ने भागीदारी निभाई। शहर के प्रमुख मार्ग पर निकली यात्रा का कई जगह फूलों से स्वागत किया गया भक्तों ने फल व मिठाई का भी वितरण किया। पूजित कलश यात्रा से शहर राममय हो गया।
अयोध्या में 22 जनवरी को श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा उत्सव कार्यक्रम मनाया जा रहा है। जिससे पूर्व शहर स्थित बुध बाजार श्री सनातन धर्म मंदिर से पूजति कलश यात्रा धूमधाम से निकाली गई। कलश यात्रा गाजे बाजे के साथ मुख्य मार्ग से होते ही सेकेनिया रोड़ स्थित सठीमठ मंदिर पर समापन हुई। कलश यात्रा में शामिल कन्याएं व महिलाएं सिर पर कलश लिए हुए चल रही थीं तो आगे गाजे-बाजे की धुन पर फूलों की वर्षा के साथ जगह जगह स्वागत किया जा रहा था, इस दौरान आतिशबाजी भी की गई। इस दौरान हजारों की संख्या में महिलाएं और पुरुषों की भीड़ उमड़ पड़ी, जय श्री राम के नारों और भगवान राम के गीतों के साथ यह यात्रा निकाली गई, जिससे पूरा शहर राममय हो गया।
कलश यात्रा में श्री सनातन धर्म मंदिर सभा, पंजाबी महासभा, व्यापार मंडल, पुरातन शिव मंदिर, गौ रक्षा दल, भवानी जागरण मंडल, बजरंग दल सहित अन्य सामाजिक संगठनों ने भाग लिया।
इस मौके पर पंडित विजय शास्त्री, राजकुमार सुखीजा, रविंद्र बजाज, पंकज सेतिया, राकेश भुड्डी, संदीप गुंबर, जीवन जोशी, सोनू पोपली, धीरज पंत, सुरेश खुराना, सागर धमीजा, सोमनाथ छाबड़ा, मनोज गुंबर मिंटू, चकित huria, दीपक behar, संदीप चावला, राहुल अनेजा, सोनू विश्वास, अशोक huria,सागर धमीजा, अभिषेक शर्मा, निपुण गगनेजा, दीपक, अंकित गगनेजा, हैप्पी चंद्रा, मदन, हनुमंत भुड्डी, सौरभ सैनी, अजय बठला, देवेंद्र सिंह, सनी, शिवम त्रिपाठी, सतीश, दर्शन नेगी, विनोद चुघ, रवि, राम प्रसाद ध्यानी, रोहन, योगेन्द्र शर्मा, अर्पण सक्सेना, केशव, कुनाल नारंग, वचन यादव, रवि, नंद किशोर, अरुण कुमार, मोहन, सोनू, अमन, नैतिक, अंजू भुड्डी, पूनम रानी, ज्योति धमीजा, सीमा, स्वाति, स्वीटी, पूजा, सुनीता, ज्योति चुग्घ, किरन, कमलेश, आरती, अमृता, आंचल, चंचल, पिंकी, मोहिनी, आशा, आरती रानी, कौशल्या, माया रानी, अनिल, अंजू, पूनम, योगिता, मुस्कान, निशा सहित काफी में श्रद्धालु मौजूद रहे।