
(कृष्णा वार्ता गदरपुर उत्तराखंड)
गदरपुर। पर्चे के खारिज किये जाने की बात को लेकर वरिष्ठ कांग्रेसी नेता राजेन्द्र पाल सिंह सहित काफी संख्या में लोग ब्लॉक परिसर पहुँचे। उन्होंने सत्ता के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए प्रत्याशियों के उत्पीड़न की बात कही। कहा कि निर्वाचन आयोग की जिम्मेदारी बनती है निष्पक्ष चुनाव कराने की, परन्तु ऐसा कुछ दिखाई नहीं दे रहा है।
बता दे कि 18 गिरधरनगर क्षेत्र पंचायत चुनाव को लेकर संजय सैनी व अंशु गुप्ता ने नामांकन पत्र भरा था। जिसकी जांच उपरांत स्वीकृति की रसीद भी प्रत्याशी को दे दी गई थी। परन्तु प्रत्याशी को स्वीकृति रसीद देने के कुछ घण्टो के अंदर ही ब्लॉक से फोन आने लगे और बताया गया कि प्रत्याशी के पर्चे पर आपत्ति लगी हुई है और उसकी सुनवाई के लिए अलग अलग समय दिए गए। वही प्रत्याशी ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए बताया कि आरओ के कार्यालय के बाहर एक पत्र लगा हुआ था जिसमे साफ लिखा हुआ था कि स्वीकृति रसीद प्राप्त होने के पश्चात किसी प्रकार की आपत्ति स्वीकार नहीं होगी प्रत्याशी ने चुनाव अधिकारियों और ब्लॉक के अधिकारियों पर दबाब बनाने और स्वीकृति के पश्चात आपत्ति लेने का आरोप लगाया है। वही इसी विषय को लेकर वरिष्ठ कांग्रेसी नेता राजेंद्र पाल सिंह आरओ से मुलाकात करने पहुंचे
उन्होंने गुस्साए अंदाज में सत्ता के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए प्रत्याशियों के उत्पीड़न की बात कही। उन्होंने कहा पहले तहसील स्तर से अतिक्रमण की आपत्ति की जाती है फिर पी डब्ल्यू डी के अधिकारियों से प्रत्याशियों के घर के चक्कर लगवाए जाते है जिस से प्रत्याशी डर जाए और अपना नामांकन वापिस ले ले। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग की जिम्मेदारी बनती है निष्पक्ष चुनाव कराने की। कहा कि प्रत्याशियों के उत्पीड़न सत्ता के दवाब में किया जाएगा तो कांग्रेस विरोध करेगी।