

गदरपुर श्री सनातन धर्म मंदिर बुध बाजार में सावन मास के उपलक्ष में चल रही कथा के आज 20वें दिवस की कथा करते हुए कथा वाचक पंडित विजय कुमार शास्त्री जी ने कहा कि धर्म का फल है शांति, अधर्म का फल है अशांति ,धर्म की मर्यादा का पालन न करने पर शांति नहीं मिलती,स्त्री और पुरुष को अपनी अपनी मर्यादा में रहना चाहिए, मानव जब मर्यादा का उल्लंघन करता है तो अशांति आती है, धर्म मर्यादा के बिना ज्ञान भक्ति या त्याग सफल नहीं हो सकते, चंदन और पुष्प से श्रीराम जी की सेवा करना अच्छी बात है किंतु उनकी मर्यादा का पालन करना तो सर्वोत्तम सेवा है, धर्म की मर्यादा कभी ना तोड़ो, धर्म मर्यादा के बिना ज्ञान और भक्ति व्यर्थ है।
एवं आज के प्रसाद की सेवा

जयकिशन भुड्डी (प्रापर्टी डीलर) जी के जन्मदिन की खुशी में उनके परिवार द्वारा।
श्री मति सरोज बजाज, श्री मति आशू छाबड़ा, श्रीमति सोनू छाबड़ा व श्रीमती सीमा डुमरा धर्म की 4 बहनों द्वारा।
श्री रतनलाल निवासी (करतारपुर रोड) जी के परिवार द्वारा दी गई

