(रिपोर्ट -सागर धमीजा 9837877981)
(कृष्णा वार्ता गदरपुर उत्तराखंड)
गदरपुर। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गदरपुर के चिकित्सा अधीक्षक डॉ संजीव सरना के निर्देशन में 28मई दिन मंगलवार को *राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम एवं राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम* के द्वारा मझराशीला में *मासिक धर्म स्वच्छता दिवस* का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में डॉ कल्पना पांडे महिला चिकित्सा अधिकारी आरबीएसके द्वारा मासिक धर्म को लेकर बालिकाओं में एवं महिलाओं में होने वाली भ्रांतियां को दूर करने हेतु जानकारियां प्रदान की गई।
डॉ रेखा रानी महिला चिकित्सा अधिकारी आरबीएसके द्वारा बताया गया कि यूनिसेफ के अनुसार, हर महीने, दुनिया भर में लगभग 1.8 बिलियन महिलाओं को मासिक धर्म होता है. अधिकांश महिलाओं के लिए मासिक धर्म जीवन का एक सामान्य और स्वस्थ हिस्सा है।
वैश्विक आबादी का लगभग 26 प्रतिशत भाग – रिप्रोडक्टिव ऐज ग्रुप की है. फिर भी, जैसा कि सामान्य है, दुनिया भर में मासिक धर्म को कलंकित किया जाता है! मासिक धर्म कलंक, वर्जनाओं और मिथकों के बारे में जानकारी का अभाव किशोर लड़कियों और लड़कों को इसके बारे में जानने और एक स्वस्थ आदत विकसित करने से रोकता है. परिणामस्वरूप लाखों लड़कियां, महिलाएं, ट्रांसजेंडर पुरुष और गैर-बाइनरी व्यक्ति अपने मासिक धर्म चक्र को सम्मानजनक, स्वस्थ तरीके से कंट्रोल करने में असमर्थ हैं. अत: चुप्पी और वर्जना को तोड़ने, जागरूकता बढ़ाने और मासिक धर्म के आसपास के नकारात्मक सामाजिक मानदंडों को बदलने के लिए, दुनिया भर में 28 मई को मासिक धर्म स्वच्छता दिवस के रूप में मनाया जाता है।
डॉ विकास सचान चिकित्सा अधिकारी आरबीएस के द्वारा बताया गया विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस 28 मई को पूरे विश्व में *एनुअल ग्लोबल एडवोकेसी डे* के रूप में मनाया जाता है इस दिन का उद्देश्य पूरे विश्व में जागरूकता बढ़ाना तथा मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन की उचित प्रथाओं को बढ़ावा देना है।
राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम की काउंसलर श्रीमती राधा मिगलानी द्वारा बताया गया कि इस वर्ष मासिक धर्म स्वच्छता दिवस की थीम *महावारी को जीवन का सामान्य तथ्य बनाना* है, जिस हेतु समय-समय पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा मासिक धर्म स्वच्छता हेतु विद्यालयों में एवं समुदाय स्तर पर जागरूकता कैंपों का आयोजन किया जाता रहता है। कार्यक्रम में C3 संस्था के दीपांशु और एवं प्रियंका द्वारा किया प्रतिभाग किया गया । C3 संस्था द्वारा *समर्थ कार्यक्रम* के अंतर्गत उपस्थित किशोरियों को *नव्या किट* का वितरण किया गया।
श्री दीपानशू द्वारा बताया गया की नव्या किट मै सेनेटरी नैपकिन, डिटर्जेंट पाउडर एवं मासिक धर्म के प्रश्नोत्तर पुस्तिका रखी गयी है।
कार्यक्रम में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम से विमला वैद्य एवं सोनिया वैद्य ( स्टाफ नर्स) तथा श्री के एन जोशी एवं आतिश कल (फार्मासिस्ट) राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम एवं श्रीमती किरन विनायक (एएनएम) अंजू देवी (आशा फैसिलेटर) लक्ष्मी रावत, मंजू देवी एवं लक्ष्मी देवी (आशा कार्यकर्ता) एवं क्षेत्र की किशोरिया उपस्थिति रही । कार्यक्रम के अंत में किशोरियों को पुरस्कार का वितरण भी किया गया।