(कृष्णा वार्ता गदरपुर उत्तराखंड)
हल्द्वानी (संवाद-सूत्र)। मदरसा और नमाज पढ़ने के स्थल को तोड़ने पर हल्द्वानी में भड़की हिंसा के बाद पूरे उत्तराखण्ड में हाई अलर्ट कर दिया गया है। आज जुमे की नमाज को देखते हुए प्रदेश भर में मस्जिदों के आस पास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये। हल्द्वानी में कर्फ्यू के बीच पैरामिलेट्री फोर्स ने मोर्चा संभाल लिया है। कल तक सेना भी पहुंचने की उम्मीद है। कर्फ्यू में मेडिकल सेवाओं को छोड़कर आज सब कुछ बंद रहा। शहर में तनावपूर्ण शांति के हालात रहे। डीजीपी अभिनव कुमार और मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने हल्द्वानी पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। वहीं हल्द्वानी में गत रात्रि हुई हिंसा में घायल पुलिस कर्मियों का हाल जानने सीएम पुष्कर सिंह धामी भी हल्द्वानी पहुंचे है। उन्होंने अस्पताल में भर्ती घायलों से मुलाकात कर हिंसा और पथराव से चेाटिल पुलिसकर्मियों से बाचकीत कर घटना की जानकारी ली है। वहीं सीएम ने घायलों को आवश्यक एवं समुचित उपचार देने के लिए जिला प्रशासन को निर्देश दिये है।
सीएम धामी ने कहा कि अतिक्रमण हटाने का काम पहले से चल रहा था। कल जब प्रशासन की टीम किसी अवैध् अतिक्रमण को हटाने के लिई तो उस पर हमला किया गया है। जिस प्रकार हमारे पुलिस के जवाल और महिला पुलिसकर्मियों को पत्थरों से हमला किया गया है। उन्होंने कहा कि देव भूमि में ऐसे हालात कभी नहीं हुए है। कानून तोड़कर दंगा किया गया है। देवभूमि के माहौल को बिगाड़ने का काम किया हैं मीडिया कर्मियों को मारपीट कर घायल किया है। मीडिया कर्मियों ने बताया है कि हमलावरों द्वारा उन्हें पकड़कर जिंदा आग में झोंकने का प्रयास किया गया है। कानून अपना काम करेगा जिन लोगों ने सरकारी सम्पत्ति जलाये है,लोगों के वाहनो को जलाये है उसके सारे वीडियो फुटेट उपलब्ध है। जो भी विधि सम्मत कार्यवाही होगी शीघ्र की जायेगी। सीएम ने कहा कि उन्होंने एसडीएम रेखा कोहली से बातचीत की है उन पर भी लोगों ने हमला कर मारपीट की गई है।आगजगी की गई है उनकी हत्या का प्रयास किया है। सीएम ने कहा कि घटना में जिन घायल लोगों को चोटे आयी उनका सरकार उपचार करवा रही है। हिंसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही होगी।
बता दें अवैध तरीके से बने मदरसे और मस्जिद के खिलाफ नगर निगम की कार्रवाई के विरोध में उतरी भीड़ ने बीती शाम जमकर पथराव किया। लोगों ने पुलिसकर्मियों और प्रशासन को निशाना बनाना शुरू कर दिया। जगह-जगह तोड़फोड़ और आगजनी हुई। सैकड़ों पुलिसकर्मियों समेत 300 से ज्यादा लोग घायल हुए । 6 लोगों के मरने की सूचना है, हालांकि डीएम वंदना सिंह ने दो लोगों के मारे जाने की पुष्टि की है। हिंसा के बाद से ही पूरे शहर में कर्फ्यू लगा है। हालात को संभालने के लिए आसपास के जिलों से फोर्स बुलाई गई है तो वहीं आज पैरा मिलट्री फोर्स की तीन कंपनियां भी तैनात कर दी गयी है। शनिवार तक सेना भी पहुंच जाएगी। डीएम ने दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए हैं। कर्फ्यू के तहत शुक्रवार को शहर में अस्पताल और दवा की दुकानों को छोड़कर बाकी सब बंद रहा। स्कूल-ऑफिस और बाजार सब कुछ पूरी तरह से बंद होने से लोग घरों में कैद रहने को मजबूर हो गये। हिंसा के बाद हालात का जायजा लेने शुक्रवार को मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, डीजीपी अभिनव कुमार और एडीजी लॉ एंड ऑर्डर एपी अंशुमन भी हल्द्वानी पहुंचे। मुख्य सचिव ने कहा हम लोग पहले पूरी स्थिति को अच्छे से अध्ययन करेंगे और फिर उसके क्या लीगल बिंदु है वो देखेंगे। सरकार के खिलाफ कोई भी कार्रवाई होगी तो जो भी उसमें दोषी होंगे उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। हम स्थिति का पूरा अध्ययन करने के बाद मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी देंगे। दंगाइयों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होगी। उधर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने शुक्रवार को अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक कर वर्तमान स्थिति की समीक्षा की। बैठक में सीएम धामी ने पुलिस को अराजक तत्वों से सख्ती से निपटने के स्पष्ट निर्देश दिए हैं। साथ ही हल्द्वानी की जनता से अनुरोध किया है कि शांति व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस-प्रशासन का सहयोग करें। सीएम धामी ने साफ तौर पर कहा कि आगजनी पथराव करने वाले एक-एक दंगाई की पहचान की जा रही है, सौहार्द और शांति बिगाड़ने वाले किसी भी उपद्रवी को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि दंगाइयों और उपद्रवियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाएगी। हिंसा के बाद पूरे प्रदेश में हाई अलर्ट कर दिया गया है।