(कृष्णा वार्ता गदरपुर उत्तराखंड)
किच्छा। दृष्टिहीन दिवस पर ग्राम भगवानपुर में हंस फाउडेशन टीम के सौजन्य से ग्रामवासियों के बीच मनाया गया।
इस दौरान हंस फाउंडेशन के सामाजिक सुरक्षा अधिकारी जे. जे. कुमार ने बताया कि हर साल 4 जनवरी को दुनियाभर में ब्रेल दिवस के रूप में मनाया जाता है। नेत्रहीन लोगों के लिए यह दिन बेहद खास होता है क्योंकि आज ही के दिन नेत्रहीनों के जिंदगी में रोशनी भरने वाले लुइस ब्रेल का जन्म हुआ था। लुइस ब्रेल ने ही ब्रेल लिपि को जन्म दिया था जिसके चलते आज दृष्टिहीन लोग भी पढ़-लिख रहे हैं और आगे बढ़ रहे हैं। ब्रेल लिपि एक ऐसी लिपि है जिसका इस्तेमाल दृष्टिबाधित लोगों को पढ़ाने के लिए किया जाता है। इस लिपि में नेत्रहीन लोग स्पर्श के जरिए पढ़ते-लिखते हैं। इस लिपि में कागज पर उभरे हुए बिंदुओं के स्पर्श से दृष्टिबाधित लोगों को शिक्षा दी जाती है। पढ़ने के अलावा इस लिपि के जरिए बुक भी लिख सकते हैं। जिस तरह टाइपराइटर के माध्यम से पुस्तकें लिखी जाती हैं ठीक उसी प्रकार ब्रेल लिपि में रचना के लिए ब्रेलराइटर का इस्तेमाल किया जाता है।